
संबित पात्रा अक्सर अपने बड़बोलेपन को लेकर चर्चा का विषय बने रहते हैं। फिलहाल ऐसे ही एक न्यूज चैनल पर डिबेट के दौरान संबित पात्रा और मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की यास्मीन फारुकी के बीच तीखी बहस हो गई, जिसमें उन्होंने पात्रा को भला-बुरा कह दिया।
दरअसल, बाबरी विध्वंस मामले में 32 अभियुक्तों को राहत मिलने पर डिबेट हो रही थी। जिसमें पात्रा ने यास्मीन को दादीजी कहकर संबोधित किया। उन्होंने कहा दादी मां शांत हो जाइये।
दादीजी सुनते ही यास्मीन फारुकी भड़क गईं और पलटवार करते हुए बोलीं कि, “आप सिवाय बदतमीजी के कुछ नहीं कर सकते। मैं डिबेट से जा रही हूं।”
यह है पूरा मामला
दरअसल एक टीवी चैनल की डिबेट के दौरान संबित पात्रा ने फारूकी को दादीजी कहकर संबोधित किया, जिससे वह काफी नाराज हो गईं और उन्होंने डिबेट छोड़ दी।
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि, “आपको किसी से नहीं मिला रहे हैं दादीजी। ये वहीं दादीजी हैं क्या, जिन्हें अवार्ड मिला है। मैं आपसे बात नहीं कर रहा हूं। जरा दादीजी को शांत करो। दादी को शांत करो। मैं इनसे बात ही नहीं कर रहा हूं। मैं आपसे बात ही नहीं कर रहा हूं दादी जी।”
इस पर पलटवार करते हुए यास्मिन फारूकी ने कहा, “आप सिवाए बदतमीजी के कुछ नहीं कर सकते हैं। मैं डिबेट छोड़ रही हूं। आपकी वजह से हर आदमी ने इस चैनल पर आना छोड़ दिया। कोई भी तमीजदार आदमी आपकी वजह से चैनल पर आता नहीं है, और मैं भी डिबेट छोड़कर जा रही हूं। इन्हें तमीज नहीं है।”
इन्हें बनाया गया था बाबरी विध्वंस का आरोपी
गौरतलब है कि बाबरी विध्वंस मामले में लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, कल्याण सिंह, उमा भारती, विनय कटियार, साध्वी ऋतंभरा, महंत नृत्य गोपाल दास, डा. राम विलास वेदांती, चंपत राय, महंत धर्मदास, सतीश प्रधान, पवन कुमार पांडेय, लल्लू सिंह, प्रकाश शर्मा, विजय बहादुर सिंह, संतोष दुबे, गांधी यादव, रामजी गुप्ता, ब्रज भूषण शरण सिंह, कमलेश त्रिपाठी, रामचंद्र खत्री, जय भगवान गोयल, ओम प्रकाश पांडेय, अमर नाथ गोयल, जयभान सिंह पवैया, साक्षी महाराज, विनय कुमार राय, नवीन भाई शुक्ला, आरएन श्रीवास्तव, आचार्य धमेंद्र देव, सुधीर कुमार कक्कड़ और धर्मेंद्र सिंह गुर्जर आरोपी थे।
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