
पूरे विश्व में कोरोना से ग्रसित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। वहीं हैदराबाद की कम्पनी ‘ भारत बायोटेक ‘ ने कोरोना की वैक्सीन बनाने का दावा किया है। फिलहाल जानवरो में इसका परीक्षण शुरू कर दिया गया है। यह परीक्षण अभी अमेरिका के जानवरों में शुरू कर दिया गया है। उन्हों ने बताया कि यह परीक्षण अमेरिका में इस लिए शुरू किया गया क्यों की देश में एनीमल ट्रायल और जीन सिंथेसिस का अभाव होने के कारण वैक्सीन परीक्षण अमेरिका में उपस्थित जनवरी पर करना पड़ रहा है। परीक्षण के लिए जरूरी चूहे भी देश में नहीं मिलते है और अमेरिका से मगवाने में दो साल का समय लग जाता।

कंपनी ने कहा कि 3 से 6 माह तक परीक्षण चलाये जायेगे और यदि यह सफल रहा तो भारत में इंसानों के ऊपर ट्रायल किया जाएगा। उन्हों ने कहा कि यदि सब कुछ सही रहा तो 2020 के आखिरी तक वैक्सीन मार्केट में आ सकती है। कोरोफ्यू नाम की वैक्सीन सिर्फ एक बूंद नाक से डाली जाएगी, और यह कोरोना के साथ-साथ फ्लू का भी इलाज करेगी। भारत बायोटेक के सीएमडी डॉ. कृष्णा एला ने बताया कि कोरोना वायरस नाक से शरीर में जाता है, इसलिए वैक्सीन का इस्तेमाल नाक के रास्ते से होगा ताकि वाइरस पर इसका जल्द और गहरा प्रभाव पड़े।

परीक्षण में सहायता के लिए प्रसिद्ध जापानी बायोलॉजिस्ट योशीहिरो क्वाओका और अमेरिका की विस्कोंसिन मेडिसन यूनिवर्सिटी के साथ समझौता किया है। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि उन्हें वैक्सीन बनने की जानकारी प्राप्त है। सरकार चाहती है कि जल्द से जल्द इस वैक्सीन को उपयोग के लिए तैयार किया जाये ताकि मार्किट उपलब्ध कराया जा सके।
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