एशिया का सबसे बड़ा स्लम कहे जाने वाले मुंबई के धारावी इलाके में कोरोना वायरस का संक्रमण धीरे-धीरे फैलता ही जा रहा है। शनिवार को यहां कोरोना वायरस के 6 नए मामले सामने आए। इसके बाद यहां संक्रमित लोगों की संख्या 28 हो गई है। शनिवार को 80 साल के एक बुजुर्ग की मौत के साथ ही धारावी में इस जानलेवा वायरस से मरने वालों की संख्या 4 हो गई है। अधिकारियों के मुताबिक, छह में पांच मामले उन लोगों के परिचितों के ही हैं जो पहले संक्रमित पाए गए थे और उन्हें आइसोलेशन में रखा गया था। इनमें से तीन मामले दादर के हैं जिसमें सुश्रुषा अस्पताल की दो नर्सें भी शामिल हैं।

महाराष्ट्र में अब तक कुल 1666 मामले
महाराष्ट्र में शनिवार को कोरोना वायरस के 92 नए मामले सामने आए। राज्य में कोरोना वायरस संक्रमितों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। अब राज्य में कुल 1666 मरीज हो गए हैं। राज्य में शुक्रवार को कोरोना संक्रमण के 210 नए मामले आए थे, जिनमें से 132 मामले मुंबई से थे। ताजा आंकड़ों के मुताबिक, मुंबई में संक्रमित मामलों की संख्या बढ़कर 1008 हो गई है और करीब 64 लोगों की मौत हो गई है, जबकि पूरे राज्य में 110 लोगों की जान जा चुकी है।
30 अप्रैल तक बढ़ा लॉकडाउन
संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने लॉकडाउन को 30 अप्रैल तक बढ़ाने का फैसला किया है। उन्होंने कहा, ‘महाराष्ट्र में लॉकडाउन 30 अप्रैल तक जारी रहेगा। हम ऐसे मुश्किल हालात में भी देश को रास्ता दिखाने से पीछे नहीं हटेंगे।’ लॉकडाउन बढ़ाने की घोषणा करते हुए मुख्यमंत्री उद्धव ने कहा, ‘सोमवार को महाराष्ट्र में कोरोना का पहला मामला मिले पांच हफ्ते हो जाएंगे। हालांकि आज हम कह सकते हैं कि हमने कोरोना के कई गुना बढ़ने पर काफी हद तक रोक लगाई है।’ कोरोना वायरस ने पूरे देश में सबसे ज्यादा महाराष्ट्र को प्रभावित किया है।
धारावी में पुलिस ने निकाला फ्लैग मार्च
धारावी में कोरोना संक्रमित लोगों की संख्या बढ़ने के बावजूद राज्य सरकार ने इस इलाके को सील करने से इनकार कर दिया था। धारावी का स्लम मुंबई का सबसे घनी आबादी वाला इलाका है और यहां एक झुग्गी में 5 से 6 लोग एक साथ रहते हैं। संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए मुंबई पुलिस और बीएमसी (बृहनमुंबई म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन) इलाके में भीड़ जमा नहीं होने देने की कोशिश कर रहे हैं और लोगों से घरों में रहने को कह रहे हैं। पुलिस ने शहर में फ्लैग मार्च भी निकाला और लोगों को चेतावनी दी कि बिना किसी जरूरी काम के वे घर से बाहर न निकलें। कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के बीच बीएमसी ने इलाके की सभी दुकानों को बंद करने का आदेश भी दिया है।

कृषि बाजार बंद होने से स्थिति गंभीर
जहां शहरों में इस लॉकडाउन से स्थिति को संभालने की कोशिश की जा रही है। वहीं महाराष्ट्र के गांवों में हालात खराब हो रहे हैं क्योंकि भी़ड़ जमा होने के कारण यहां के खेती-किसानी के बाजारों को बंद कर दिया गया है। हालांकि स्थानीय प्रशासन का कहना है कि वह इन बाजारों को खोलेंगे और इलाके में भीड़ नियंत्रित करने के लिए कदम उठाएंगे। महाराष्ट्र के जल संसाधन मंत्री जयंत पाटिल ने कहा, ‘हमले कृषि की गतिविधियों पर रोक नहीं लगाई है। किसान अकेले अपने खेतों पर जा सकते हैं, लेकिन किसी ट्रैक्टर या वाहन पर नहीं और न ही समूह में। हमने खेती के कामों को जारी रखा है, लेकिन बाजारों के बंद होने के कारण हमें कठिन हालात का सामना करना पड़ रहा है।’ मुंबई और पुणे की कृषि उत्पाद बाजार समिति के मुताबिक, राज्य सरकार ने भीड़ होने के कारण बाजार समितियों का संचालन बंद रखने का फैसला किया है। समिति ने यह भी कहा कि इस मुश्किल हालात में लोगों की मदद करना और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को वापस पटरी पर लाना काफी कठिन साबित होगा।
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