
आगरा के एत्मादपुर तहसील के धोर्रा गांव में कथित तौर पर अपहरण और नौ वर्षीय एक लड़के की हत्या करने के आरोप में गिरफ्तार किए गए तीन आरोपियों के खिलाफ सख्त राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (एनएसए) की कार्रवाई की जाएगी। एक पुलिस अधिकारी को भी मामले में निलंबित कर दिया गया है।
धोर्रा गांव के रहने वाले 9 वर्षीय बच्चे उपदेश यादव उर्फ भुल्ला का अपहरण गांव के ही तीन युवकों ने ही किया था। इतना ही नहीं बाद में युवकों ने उसकी हत्या भी कर दी गई थी। हत्या के बाद शव को छिपाने के लिए आरोपियों ने भूसे के ढेर में दबा दिया गया था। जिसके बाद मृतक के परिवार ने घटना की शिकायत पुलिस से की। परिजनों का आरोप है कि एत्मादपुर इंस्पेक्टर ने मामले पर सक्त रवैया नहीं अपनाया। मामला तूल पकड़ने पर एसएसपी बबलू कुमार ने जांच के आदेश दिए हैं।
आरोपियों ने कुबूला जुर्म
रविवार सुबह पुलिस को सूचना मिली कि हत्याकांड में वाहिद के साथ वारदात करने में शामिल अरमान और अयूब, बाइक से कहीं जा रहे हैं। एत्मादपुर बरहन रोड पर दो अलग अलग स्थानों पर पुलिस ने घेराबंदी कर दोनों को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी के बाद दोनों ने जुर्म कुबूल लिया है। एसएसपी बबलू कुमार ने बताया कि दोनों को रिमांड मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया जाएगा। उनसे पूछताछ में कई अहम जानकारियां मिली हैं।
बालक का शव बरामद होने वाले दिन थाना एत्मादपुर के तत्कालीन प्रभारी निरीक्षक सलीम खान ने आरोपियों को मामूली पूछताछ के बाद छोड़ दिया था। इसको लेकर ग्रामीणों में काफी गुस्सा था। जिसे लेकर एसएसपी बबलू कुमार ने निरीक्षक को लाइन हाजिर कर दिया था।
सीएम योगी ने दिखाई गंभीरता
इस मामले में सीएम योगी ने गंभीरता दिखाई है और आगरा पुलिस को घटना की तह तक जाने और इस घटना के हर अपराधी के खिलाफ तगड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। आरोपियों को बचाने के आरोप में थाना प्रभारी इंस्पेक्टर सलीम को भूमिका की गहन जांच करने के भी निर्देश भी सीएम योगी ने दिए हैं।
Connect With US- Facebook | Twitter | Instagram